मेवाड़ किसान एवं ग्रामीण समाज शिक्षा प्रसार समिति, उदयपुर का स्वरुप एक गैर राजनैतिक, गैर धार्मिक, गैर सरकारी एवं गैर लाभ अर्जन शैक्षणिक सगंठन का है। इसका आधार व्यापक, पारदर्शी एवं पूर्णतः लोकतान्त्रिक है।
एक खुशहाल समाज के लिए शिक्षित होना पहली आवश्यकता है। सामाजिक एवं आर्थिक समृद्धि के लिए शिक्षा सबसे जरूरी माध्यम है। वर्तमान समय में हमारे बच्चों में शिक्षा के प्रति अभिरूचि पैदा करना और इसके साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना हम सभी की महत्ती जिम्मेदारी और कर्त्तव्य भी है।
ग्रामीण क्षेत्र में खास कर किसान परिवारों में अभिभावकों एवं बच्चों को शिक्षा के महत्व की अल्प जानकारी एवं आर्थिक संसाधनों की कमी होने के कारण उच्च शिक्षा तक पहुंचने के अवसरों का अभाव रह जाता है।
‘शिक्षा के द्वारा मनुष्य का निर्माण’ विचार को ध्यान में रखते हुए इस संस्था ‘मेवाड़ किसान एवं ग्रामीण समाज शिक्षा प्रसार समिति’ की स्थापना की गयी है। इस संस्था के विकास के लिए हर परिवार की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु अपनी सामर्थ्यानुसार आर्थिक सहायता अपेक्षित है। उदयपुर संभाग के विशिष्ट जनों के सतत् प्रयास से न केवल समाज हेतु भूमि आवंटित करायी गयी है बल्कि एक बहुमंजिला छात्रावास हेतु भवन का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है।
यहाँ विधार्थियों हेतु रहने-खाने की उचित व्यवस्था की जायेगी। यहाँ पर विधार्थियों की पढ़ाई के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराया जायेगा तथा उनके उच्च अध्ययन हेतु परामर्श एवं कोचिंग की सुविधा भी परिसर में ही दी जायेगी ।